पवित्र मिट्टी काम कैसे करती है?
पवित्र मिट्टी पवित्र ऊर्जा से अभिमंत्रित है। अगर इसकी ऊर्जा आपके अंदर की ऊर्जा से मिल गई तो ये आपकी शक्ति को कई गुना बढ़ा सकती है। लेकिन इसकी ऊर्जा आसानी से किसी के साथ नहीं मिलती है इसके लिए आपके अंदर कुछ विशेष गुण होने चाहिए जिसका वर्णन नीचे किया गया है।

परोपकारिता
परोपकारिता वह दीप है जो अंधेरों में भी इंसानियत की लौ जलाए रखता है। जब हम बिना स्वार्थ किसी का भला करते हैं, तब हम ईश्वर के सबसे करीब होते हैं। एक छोटी सी मदद, किसी के लिए जीवन बदल देने वाली रोशनी बन सकती है — यही असली मानवता है। पवित्र मिट्टी से शुभ फल प्राप्त करने के लिए यही पहला गुण है।

जिज्ञासा
जिज्ञासा सफलता की वह पहली सीढ़ी है जो हमें सीखने, समझने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। जब मन प्रश्न पूछता है, तभी उत्तर मिलते हैं। जो जानने की ललक रखता है, वही नए रास्ते बनाता है — पवित्र मिट्टी से शुभ फल प्राप्त करने के लिए यही दूसरा गुण है।

कर्मठता
कर्मठता वह निष्ठा है जो सपनों को हकीकत में बदल देती है। जो व्यक्ति निरंतर परिश्रम करता है, भाग्य भी उसके आगे झुक जाता है। परिस्थितियाँ कैसी भी हों, कर्मठ इंसान हार नहीं मानता — क्योंकि उसे विश्वास होता है कि मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। पवित्र मिट्टी से शुभ फल प्राप्त करने के लिए यही तीसरा गुण है।
अगर आपमें ये सभी गुण है या आप अपने अंदर ये सभी गुण विकसित करना चाहते हैं तो पवित्र मिट्टी आपके लिए बहुत ही मंगलकारी साबित होगी और आपके जीवन मे आपके घर में समृद्धि को आकर्षित करेगी।
आइए वालेंटियर बनिए
स्वयंसेवक बनना सिर्फ दूसरों की मदद करना नहीं, बल्कि खुद को पहचानने का मार्ग है। जब आप समाज की सेवा के लिए आगे बढ़ते हैं, तो भीतर की ऊर्जा, करुणा और आत्मसंतोष बढ़ता है। एक कदम भलाई की ओर बढ़ाइए — आप किसी की ज़िंदगी में रोशनी बन सकते हैं।
क्यों बनें वालेंटियर?
- जरूरतमंदों की सहायता करने का सौभाग्य
- पवित्र मिट्टी संस्था से जुड़ने का मौका
- अगर आपकी ऊर्जा पवित्र मिट्टी की ऊर्जा से मिलती है तो समृद्धि की प्राप्ति
- अगर आपकी मेहनत से संस्था को नया वालेंटियर मिलता है तो आपको प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
- अगर आपके द्वारा आए वालेंटियर भी अपनी मेहनत से नया वालेंटियर लाता है तो उनको भी प्रोत्साहन राशि और आपको बोनस राशि मिलेगी।
- वालेंटियर बनने के लिए पवित्र मिट्टी अपने घर मंगवाना आवश्यक है।